1 क्रीड़ा गतिविधियां
  • विश्व योगा दिवस के तहत महाविद्यालय में सभी प्राध्यापक/अधिकारी/कर्मचारी एवं छात्र/छात्राएॅ मिलकर योगासन एवं प्राणायाम की जानकारी एवं अभ्यास करवाया जाता है ।
  • महाविद्यालय एकेडमिक कैलेण्डरानुसार प्रत्येक माह के तीसरे सप्ताह में विभिन्न खेलों का अभ्यास एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाया जाता है । 
  • जिन प्रतियोगिताओं में महाविद्यालय की टीम भागीदारी करती है, उन टीमों का अभ्यास कक्षाए समाप्त के उपरांत करवाया जाता है ।
  • परिक्षेत्र स्तर में आयोजित होने वाले प्रतियोगिताएॅ जो चिन्हित महाविद्यालय के द्वारा दी जाती है,उनका आयोजन महाविद्यालय के सभी अधिकारी/कर्मचारियों के सहयोग से आयोजित किया जाता है ।
  • विश्वविद्यालय के द्वारा विभिन्न राज्य स्तरिय प्रतियोगिताओं में विश्वविद्यालय की टीम का चयन का दायित्व भी संपन्न क्रीड़ा अधिकारी द्वारा किया जाता है । 
  • शासन द्वारा आयोजित प्रतियोगिताओं में पर्यवेक्षक का दायित्व भी सौंपा जाता है, जिसे क्रीड़ाधिकारी द्वारा संपन्न किया जाता है ।
  • प्रत्येक वर्ष के अंत में माह जनवरी/फरवरी के वार्षिक क्रीड़ा दिवस का आयोजन किया जाता है, जिसमें महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकों/कर्मचारियों एवं प्राचार्य की भागीदारी सुनिश्चित किया जाता है छात्र/छात्राओं के साथ तथा विजयी खिलाड़ियों को प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कृत भी किया जाता है। 
  साहित्यिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियां
     महाविद्यालय में साहित्यिक सांस्कृतिक गतिविधियाॅ नियमित रूप से होती है । प्रत्येक माह के द्वितीय शनिवार को साहित्यिक कार्य/सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत निबंध लेखन, वाद-विवाद, भाषण, गायन, क्वीज जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है ।
     विभिन्न महत्वपूर्ण दिवसों का भी आयोजन होता है। जैसे हिन्दी दिवस में भाषण निबंध लेखन प्रतियोगिता सेमिनार आदि। तुलसी जयंती, निराला जयंती आदि पर विभाग स्तरीय सेमीनार का आयोजन, स्वतंत्रता दिवस ,गणतंत्रत दिवस पर ध्वजारोहण के साथ प्राध्यापकों द्वारा भाषण, विद्यार्थियों द्वारा देश भक्ति गीत की प्रस्तुति, स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर भाषण, निबंध आदि प्रतियागिताओं का आयोजन, संविधान दिवस पर क्वीज, विज्ञान दिवस पर ज्वलंत समस्याओं/विषयांे पर वाद-विवाद, भाषण, निबंध जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। 
     वार्षिकोत्सव के दौरान सबसे अधिक प्रतियोगिताएॅ होती है और विद्यार्थियों की अधिकाधिक भागीदारी होती है। गायन, समूह नृत्य, एकल नृत्य मेंहदी प्रतियोगिता, पुष्पसज्जा प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता, आनंद मेले का आयोजन किया जाता है। काव्य गोष्ठी, भाषण, निबंध, बाद-विवाद जैसी प्रतियोगिताएॅ भी वार्षिकोत्सव में संपन्न होती है । 
3 राष्ट्रीय सेवा योजना
  • महाविद्यालय परिसर और गोद ग्राम में जाकर वृक्षारोपण छात्र/छात्राओं द्वारा किया जाता है।
  • विश्व पर्यावरण दिवस पर, प्लास्टिक मुक्त, सफाई का कार्यक्रम किया जाता है और जागरूक किया जाता है।
  • अंतराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस मनाया जाता है। छात्र/छात्राओं को जागरूक किया जाता है।
  • गोद ग्राम में जाकर सफाई, जल संरक्षण, मतदाता जागरूकता आदि पर जागरूक किया जाता है।
  • मतदाता जागरूकता पर रैली व नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूक किया जाता है।
  • विशेष शिविर के माध्यम से नशा/मद्य निषेध, मतदाता, स्वच्छता, जल संरक्षण, नरवा, गरवा, घुरवा, आदि पर जागरूक किया जाता है।
  • पोस्टर, निबंध, रंगोली, क्विज प्रतियोगिता मतदाता, जल संरक्षण पर विभिन्न कार्यक्रम किया जाता है।
  • युवा सप्ताह कार्यक्रम स्वामी विवेकानंद जयंती पर विभिन्न कार्यक्रम किया जाता है। छात्र/छात्राओं को जागरूक किया जाता है ।
  • महाविद्यालय में छात्र/छात्राओं को कृमि मुक्ति के लिए एलबेडाजोन टेबलेट दिया जाता है ।